सुन त्ज़ कहते हैं-किसी भी राज्य के लिए ’युद्ध की कला’ बेहद महत्त्वपूर्ण है। यह जीवन और मृत्यु का सवाल होता है। इसमें या तो आप सुरक्षित बचते हैं या पूरा राज्य बर्बाद हो जाता है। इसलिए यह एक जाँचनीय विषय है, जिसे किसी भी तरह से नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता। ’युद्ध की कला’ पाँच निरंतर कारकों द्वारा शासित होती थी। और इन्हें ही ध्यान में रखकर परिस्थितियों का हिसाब लगाना चाहिए, और उसके अनुरूप अपनी योजना बनानी चाहिए।