गीता हमारे लिए एक ऐसा पवित्र ग्रंथ है, जिसमें वेदों और उपनिषदों का रस या सार निकाल कर रख दिया गया है। जीवन की ज्योति बुझने ना पाए और किसी भी ’अर्जुन’ का ’युद्ध’ को देखकर उत्साह ठंडा न पड़ने पाए, इसके लिए ’गीता’ युगों-युगों तक मानव जाति का मार्गदर्शन करने की क्षमता रखती है। बस, इसी में गीता की सार्थकता, महानता, पवित्रता छिपी हुई है।गीता जीवन का सुमधुर संगीत है, उत्साह भरने वाला एक गीत है, आशा की एक डोर है, कभी ना बुझने वाली लौ है।वेदों की ओर लौटकर वेदों की संस्कृति को स्थापित करने वाली एक महान क्रांति का नाम है - गीता। उपनिषदों के ऊंचे ज्ञान की उड़ान का नाम है - गीता। जीवन से पलायनवाद, अनुत्साह और अकर्मण्यता को दूर भगाकर उठ खड़े होकर लक्ष्य को साधने की एक बहुत ऊंची साधना का नाम है - गीता। गांडीव की टॅकार का नाम है गीता। देश के धर्म संस्कृति और वैदिक परंपराओं के शत्रुओं के विरुद्ध बिगुल फूंकने का नाम है - गीता।इस प्रकार गीता हमारे राष्ट्रीय जीवन को ढालने, सँवारने, संभालने और सुधारने वाला एक क्रांतिकारी ग्रंथ है।